आरती कुंज बिहारी की Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics - Anuradha Paudwal
Aarti Kunj Bihari Ki lyrics in Hindi, this Hindi Bhajan sung by Anuradha Paudwal. The Song is written by Traditional and music composed By Vikram Nagi.
Aarti Kunj Bihari Ki Song Detail
Krishna Aarti: Aarti Kunj Bihari Ki Song
Album: Mere Ghanshyam
Singer: Anuradha Paudwal
Music: Vikram Nagi
Lyrics: Traditional
Music Label: T-Series
Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics in Hindi
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
गले में बैजंती माला
बजावे मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुंडल झलकाला
नन्द के आनंद नन्दलाला
गगन सम अंग कांति काली
राधिका चमक रही आली
लटन में ठाढ़े बनमाली
भ्रमर सो अलक, कस्तूरी तिलक
चन्द्र सी झलक
ललित छवि श्यामा प्यारी की
श्रीगिरीधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
कनकमय मोर मुकुट बिलसे
देवता दर्शन को तरसे
गगन सो सुमन रासी बरसे
बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग
अतुल रति गोप कुमारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
जहाँ ते प्रकट भई गंगा
कलुष कलि हरिणी श्री गंगा
स्मरण से होत मोह भंगा
बसी शिव शीष, जटा के बीच
हरे अघ कीच
चरण छवि श्री बनवारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
चमकती उज्जवल तट रेणु
बज रही वृन्दावन बेणु
चहूँ दिशी गोपी ग्वाल धेनु
हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटक भव फंद
टेर सुन दीन भिखारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की�
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
गले में बैजंती माला
बजावे मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुंडल झलकाला
नन्द के आनंद नन्दलाला
गगन सम अंग कांति काली
राधिका चमक रही आली
लटन में ठाढ़े बनमाली
भ्रमर सो अलक, कस्तूरी तिलक
चन्द्र सी झलक
ललित छवि श्यामा प्यारी की
श्रीगिरीधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
कनकमय मोर मुकुट बिलसे
देवता दर्शन को तरसे
गगन सो सुमन रासी बरसे
बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग
अतुल रति गोप कुमारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
जहाँ ते प्रकट भई गंगा
कलुष कलि हरिणी श्री गंगा
स्मरण से होत मोह भंगा
बसी शिव शीष, जटा के बीच
हरे अघ कीच
चरण छवि श्री बनवारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
चमकती उज्जवल तट रेणु
बज रही वृन्दावन बेणु
चहूँ दिशी गोपी ग्वाल धेनु
हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटक भव फंद
टेर सुन दीन भिखारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की�
Music Video of Aarti Kunj Bihari Ki Song
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